और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I और जो घर था वो किसी ने हड़प लिया I पिता की बात रह-रहकर याद आती है I
मां बाप दोनों ही अपनी सुधा के साथ जीवन का एक-एक पल जी रहे थे ।उन्हें तो पता ही नहीं चला मां बाप दोनों ही अपनी सुधा के साथ जीवन का एक-एक पल जी रहे थे ।उन्हें तो पता ही न...
न जमीन, न कोई जायदाद, न धन-दौलत कुछ भी तो नहीं था हां बस था तो एक कच्ची मिट्टी का ये घर जिसकी छतें ब... न जमीन, न कोई जायदाद, न धन-दौलत कुछ भी तो नहीं था हां बस था तो एक कच्ची मिट्टी क...
वक्त और आबादी आधा कब्रस्तान खा गई! वक्त और आबादी आधा कब्रस्तान खा गई!
आजकल इस दुनिया में हर कोई एक मुखौटा लगा कर ही तो घूम रहा है.... आजकल इस दुनिया में हर कोई एक मुखौटा लगा कर ही तो घूम रहा है....
मगर ये सवाल उसके ज़हन से नहीं गया हत्यारा कौन ? मगर ये सवाल उसके ज़हन से नहीं गया हत्यारा कौन ?